पेटेंट एवं प्रौद्योगिकी
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दायर पेटेंट: भारत
- आयरन और स्टील स्लैग एग्रीगेट्स-आधारित रेडी-टू-यूज़ पॉटहॉल रिपेयर मिक्स (आवेदन संख्या 202511031995)
- लिग्नोसेल्यूलोसिक बायोमास के पायरोलिसिस से बायो-बिटुमेन के उत्पादन की प्रक्रिया (आवेदन संख्या 202411063553)
- बिटुमिनस कायाकल्प एजेंट और बिटुमिनस कुट्टिमों के पुनर्चक्रण के लिए एक प्रक्रिया (आवेदन संख्या 202311009049)
- इंपीरियल स्मेल्टिंग फर्नेस स्लैग (आईएसएफएस) का उपयोग करके दृढ़ कुट्टिम के यांत्रिक व्यवहार और पर्यावरणीय लाभ को बढ़ाना (आवेदन संख्या 202211063795)
- इंपीरियल स्मेल्टिंग फर्नेस स्लैग (आईएसएफएस) का उपयोग करके सुनम्य कुट्टिम के यांत्रिक व्यवहार और पर्यावरणीय लाभ को बढ़ाना (आवेदन संख्या 202211063794)
- स्टील फाइबर प्रबलित ग्राउट कॉलम का उपयोग करके मौजूदा संरचनाओं की असर क्षमता को बढ़ाने की विधि (आवेदन संख्या 202211045099)
- बहुउद्देशीय गैर विनाशकारी मूल्यांकन वाइब्रो-इंटीग्रिटी सेंसिंग डिवाइस (VInSD) के लिए नोवेल पीजो आधारित डिवाइस (आवेदन संख्या 202111057196)
- बॉक्स जैकिंग ऑपरेशन के दौरान लाइव रेल/रोड ट्रैफ़िक को प्रभावित किए बिना फ़ाउंडेशन मिट्टी के तत्काल सुधार की विधि (आवेदन संख्या 202011034410)
प्रदान किए गए पेटेन्ट
- मौजूदा यातायात को प्रभावित किए बिना बॉक्स जैकिंग और मृदा कीलन द्वारा उथले बहुदिशात्मक अंडरपास चौराहे के निर्माण की प्रक्रिया (
पेटेन्ट संख्या 493870 (1.7 MB) ) – भारत 03 जनवरी, 2024 को प्रदान किया गया।
- बिटुमेन इमल्शन आधारित पॉटहोल (गड्ढा) मरम्मत प्रणाली की इंजीनियरिंग (
पेटेन्ट संख्या 510059 (374.43 KB) ) – भारत 13 फरवरी, 2024 को प्रदान किया गया।
- विभिन्न आवृत्तियों पर आधारित शोर अवरोध का डिज़ाइन (
पेटेन्ट संख्या 523262 (1.7 MB) ) – भारत 11 मार्च, 2024 को प्रदान किया गया।
- ड्राइवर डायग्नोस्टिक और प्रशिक्षण विधि के साथ कार ड्राइविंग सिम्युलेटर (
पेटेन्ट संख्या 528642 (374.09 KB) ) – भारत 17 मार्च, 2024 को प्रदान किया गया।
- पुराने बिटुमिनस मिक्स के पुनर्चक्रण के लिए कायाकल्पक (
पेटेन्ट संख्या 426717 (643.89 KB) ) – भारत 24 मार्च, 2023 को प्रदान किया।
- कठोर बिटुमिनस मिश्रणों की तैयारी के लिए नई प्रक्रिया सड़कों और हवाई क्षेत्रों के लिए डामर सतह के निर्माण के लिए ग्रेड बिटुमेन (वीजी 40 और वीजी 50)
पेटेंट संख्या 410391 (658.93 KB) ) – भारत 31 अक्टूबर, 2022 को प्रदान किया गया।
- पैचफिल मरम्मत मशीन (
पेटेंट संख्या 400494 (658.23 KB) ) – भारत को 30 जून, 2022 को प्रदान किया गया।
- उच्च प्रदर्शन अत्यधिक संशोधित हाइब्रिड बिटुमेन और इसकी प्रक्रिया (
पेटेंट संख्या 384708(651.9 KB)) – भारत 21 दिसंबर, 2021 को प्रदान किया गया।
- इलेक्ट्रो-मैकेनिकल फील्ड डेंसिटी गेज का विकास (
पेटेंट संख्या 379577(651.5 KB))– भारत 21 अक्टूबर, 2021 को स्वीकृत किया गया।
- कुट्टिम निर्माण अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी अपशिष्ट पीवीसी संशोधित बिटुमेन की तैयारी के लिए एक गीली प्रक्रिया (
पेटेंट संख्या 355215(652.44 KB))– भारत 04 जनवरी, 2021 को प्रदान किया गया।
- रेलवे/सड़क अंडरपास के निर्माण के लिए उपयोग की जाने वाली मृदा कीलन तकनीक द्वारा अत्यधिक ढहने वाली मिट्टी के द्रव्यमान की चरणबद्ध पुनरावृत्त अस्थिरता और स्थिरीकरण (
पेटेंट संख्या 355607 (652.53 KB) ) - भारतीय पेटेंट को 11-जनवरी-2021 को मंजूरी दी गई।
- वाहन पर लगे इलेक्ट्रो-मैकेनिकल रूप से संचालित मोबाइल ब्रिज इंस्पेक्शन डिवाइस (
पेटेंट संख्या 338725 (665.58 KB) ) - भारत 18 जून 2020 को प्रदान किया गया।
- रेलवे/सड़क के निर्माण के लिए उपयोग की जाने वाली मृदा कीलन तकनीक द्वारा अत्यधिक ढहने वाली मृदा के द्रव्यमान की चरणबद्ध पुनरावृत्त अस्थिरता और स्थिरीकरण (
पेटेंट संख्या GB2519270 (383.66 KB) ) - यूके पेटेंट।
- रेलवे/सड़क अंडरपास के निर्माण के लिए उपयोग की जाने वाली मृदा कीलन तकनीक द्वारा अत्यधिक ढहने वाली मृदा के द्रव्यमान की चरणबद्ध पुनरावृत्त अस्थिरता और स्थिरीकरण (पेटेंट संख्या 93959725)-यूएस पेटेंट
- रेलवे/सड़क अंडरपास के निर्माण के लिए उपयोग की जाने वाली मृदा कीलन तकनीक द्वारा अत्यधिक ढहने वाली मृदा के द्रव्यमान की चरणबद्ध पुनरावृत्त अस्थिरता और स्थिरीकरण (
पेटेंट संख्या 11201500373T (24.22 KB) ) - सिंगापुर पेटेंट।
- रेलवे/रोड अंडरपास के निर्माण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मृदा कीलन तकनीक द्वारा अत्यधिक ढहने वाली मृदा के द्रव्यमान की चरणबद्ध पुनरावृत्त अस्थिरता और स्थिरीकरण (
पेटेंट संख्या 18089 (80.17 KB) ) - श्रीलंका पेटेंट।
- रेलवे/रोड अंडरपास के निर्माण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मृदा कीलन तकनीक द्वारा अत्यधिक ढहने वाली मृदा के द्रव्यमान की चरणबद्ध पुनरावृत्त अस्थिरता और स्थिरीकरण ( पेटेंट संख्या WO 2014/013508 A2) - पीसीटी पेटेंट।
- डामर के संशोधन के लिए अपशिष्ट प्लास्टिक बैग का उपयोग (पेटेंट संख्या 246060)- भारत फरवरी 2011 को प्रदान किया गया।
दायर किए गए ट्रेडमार्क
- ट्रेडमार्क शीर्षक “मैग्नीक्रेट (बीएस-101)” 20-मई-2024 को वर्ग 1 और 19 के अंतर्गत दायर किया गया (आवेदन संख्या: 6440656)
- ट्रेडमार्क शीर्षक “रेजुबिट” 23-अप्रैल-2024 को वर्ग 19 के अंतर्गत दायर किया गया (आवेदन संख्या: 6400017)
पंजीकृत/स्वीकृत ट्रेडमार्क
- ट्रेडमार्क शीर्षक “इकोफिक्स” वर्ग 19 के तहत पंजीकृत है जो 21 अगस्त 2034 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 6585000 (1.73 MB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक “STEEL SLAG ROAD” (वर्डमार्क) वर्ग 6,19,37,40 और 42 के तहत पंजीकृत है जो 06-नवंबर-2033 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 5652758 (1.3 MB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक "मोबाइल कोल्ड मिक्सर कम पेवर" वर्ग 7, 19 और 37 के तहत पंजीकृत है जो 23 जनवरी 2033 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 5778134 (1.33 MB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक "पैचफिल पॉटहोल रिपेयर मशीन" वर्ग 7 और 37 के अंतर्गत पंजीकृत है जो 17-अक्टूबर-2032 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 5652758 (1.39 MB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक"मैक्रो सरफेसिंग"वर्ग 19 के अंतर्गत पंजीकृत है जो 20-सितंबर-2031 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 5139669 (180.02 KB))
- ट्रेडमार्क शीर्षक "टेरासर्फेसिंग"(वर्डमार्क) वर्ग 19 के अंतर्गत पंजीकृत है जो 18-फरवरी-2031 तक वैध है (
(आवेदन संख्या: 4869808). (143.59 KB))
- ट्रेडमार्क शीर्षक "एमएसएस+ - संशोधित मिक्स सील सरफेसिंग" वर्ग 19 के अंतर्गत पंजीकृत है जो 12-अक्टूबर-2030 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 4697487 (173.06 KB))
- ट्रेडमार्क शीर्षक "टेरासर्फेसिंग" वर्ग 19 के अंतर्गत पंजीकृत है, जो 20-अगस्त-2030 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 4616832 (150.92 KB))
- ट्रेडमार्क शीर्षक"सीएसआईआर-सीआरआरआई" वर्ग 37, 39, 40, 41 और 42 के अंतर्गत पंजीकृत है, जो 10-सितंबर-2030 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 4652632 (174.09 KB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक "REJUPAVE" वर्ग 19 के अंतर्गत पंजीकृत है, जो 15-नवंबर-2029 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 4348255 (166.77 KB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक"FIBROSTRAIN"वर्ग 42 के अंतर्गत पंजीकृत है, जो 23-जून-2027 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 3577030 (141.76 KB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक"SETUCARE"वर्ग 42 के अंतर्गत पंजीकृत है, जो 15-जून-2027 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 3571372 (142.25 KB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक "SETUCARE"वर्ग 9 के अंतर्गत पंजीकृत है, जो 15-जून-2027 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 3571371 (142.15 KB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक"FIBROSTRAIN" वर्ग 9 के अंतर्गत पंजीकृत है, जो 13-जून-2027 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 3569340 (141.25 KB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक "FIBOSTRAIN"वर्ग 9 के अंतर्गत पंजीकृत है, जो 13-जून-2027 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 3569339 (141.1 KB) )
- ट्रेडमार्क शीर्षक "FIBOSTRAIN"वर्ग 42 के अंतर्गत पंजीकृत है, जो 13-जून-2027 तक वैध है (
आवेदन संख्या: 3569337 (141.9 KB) )
अनुज्ञापित प्रौद्योगिकी
- बिटुमिनस कायाकल्प एजेंट और बिटुमिनस फुटपाथों के पुनर्चक्रण के लिए एक प्रक्रिया (मैसर्स ओम्स पॉलिमर मॉडिफाइड बिटुमेन प्राइवेट लिमिटेड, हरियाणा को 17-जनवरी-2025 को दिया गया विशेष लाइसेंस 16-जनवरी-2030 तक वैध)।
- लोहे और स्टील स्लैग का उपयोग करके गड्ढों की त्वरित मरम्मत के लिए तैयार-से-उपयोग पॉट होल रिपेयर बिटुमिनस मिक्स का विकास (मैसर्स रामुका ग्लोबल सर्विसेज एलएलपी, सूरत, गुजरात को 18-अक्टूबर-2024 को दिया गया विशेष लाइसेंस 17-अक्टूबर-2032 तक वैध)।
- विभिन्न आवृत्तियों के आधार पर शोर अवरोध का डिज़ाइन (ए) कम आवृत्ति शोर अवरोध विन्यास (बी) मध्यम आवृत्ति शोर अवरोध विन्यास और (सी) उच्च आवृत्ति शोर अवरोध विन्यास (मैसर्स सेफबैरियर इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, महाराष्ट्र को 01-मई-2024 को दिया गया गैर-अनन्य लाइसेंस 30-अप्रैल-2029 तक वैध)।
- विभिन्न आवृत्तियों के आधार पर शोर अवरोध का डिज़ाइन (ए) कम आवृत्ति शोर अवरोध विन्यास (बी) मध्यम आवृत्ति शोर अवरोध विन्यास और (सी) उच्च आवृत्ति शोर अवरोध विन्यास (मेसर्स यूनिटेक कपलर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, तमिलनाडु को 01-मई-2024 को गैर-अनन्य लाइसेंस 30-अप्रैल-2029 तक वैध)।
- सुनम्य कुट्टिम में सब-बेस और बेस कोर्स के स्थिरीकरण के लिए सीमेंटयुक्त सामग्री का विकास (मेसर्स सोमानी इकोबिल्ड प्रोडक्ट्स एलएलपी (मैग्नीक्रेट), राजस्थान को 18-जुलाई-2023 को विशेष लाइसेंस जो 17-जुलाई-2028 तक वैध है।)
- सड़क निर्माण में उपयोग के लिए एएम/एनएस इंडिया प्लांट हजीरा में संसाधित ईएएफ स्टील स्लैग एग्रीगेट्स के विकास के लिए स्टील स्लैग वैल्यूराइजेशन प्रौद्योगिकी (मेसर्स आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील, हजीरा, सूरत को 28-फरवरी-2023 को विशेष लाइसेंस 27-फरवरी-2033 तक वैध है)।
- पैचफिल-गड्ढों की मरम्मत करने वाली मशीन (05 अगस्त 2022 को मेसर्स अवराकट इनोवेशन, नई दिल्ली को दिया गया गैर-अनन्य लाइसेंस, 04 अगस्त 2025 तक वैध।)
- मोबाइल कोल्ड मिक्सर कम पेवर (09 फरवरी 2022 को मेसर्स पेट्रोकेम स्पेशलिटीज, उत्तर प्रदेश को दिया गया गैर-अनन्य लाइसेंस।) [एनआरडीसी के माध्यम से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण किया गया है]
- पैचफिल-गड्ढों की मरम्मत करने वाली मशीन (13 जुलाई 2021 को मेसर्स पेट्रोकेम स्पेशलिटीज, उत्तर प्रदेश को दिया गया गैर-अनन्य लाइसेंस, 12 जुलाई 2026 तक वैध है।)
- मैक्रोसर्फेसिंग तकनीक: सीमेंट कंक्रीट कुट्टिम के लिए पतली सतह (22 फरवरी 2021 को जेएमवीडी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, लखनऊ को दिया गया विशेष लाइसेंस, 21 फरवरी 2027 तक वैध।)
- औद्योगिक अपशिष्ट के साथ माइक्रोसर्फेसिंग तकनीक का विकास सामग्री, यानी स्टील स्लैग, फ्लाई ऐश और मार्बल डस्ट (वर्मा इंडस्ट्रीज, नई दिल्ली को 16 जून 2020 को हस्ताक्षरित विशेष लाइसेंस जो 15 जून 2026 तक वैध है।)
- संशोधित मिक्स सील सरफेसिंग (MSS+) (जेएमवीडी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, लखनऊ को 24 अगस्त 2020 को हस्ताक्षरित विशेष लाइसेंस 23 अगस्त 2025 तक वैध है।)
- बिटुमिनस/असफाल्ट कुट्टिम के हॉट इन प्लांट और हॉट इन सीटू रीसाइक्लिंग के लिए असफाल्ट कुट्टिम सामग्री के पुनर्चक्रण के लिए रिजुविनेटर (वर्मा इंडस्ट्रीज, नई दिल्ली को 4 नवंबर 2019 को हस्ताक्षरित विशेष लाइसेंस 3 नवंबर 2024 तक वैध है।)
- विभिन्न आवृत्तियों के आधार पर शोर अवरोध का डिज़ाइन (ए) कम आवृत्ति शोर अवरोध विन्यास (बी) मध्यम आवृत्ति शोर अवरोध विन्यास (सी) उच्च आवृत्ति शोर अवरोध विन्यास (मेसर्स टेक्नोक्राफ्ट्स कोहलहॉयर इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई को गैर-अनन्य लाइसेंस, 16 जुलाई 2019 को हस्ताक्षरित जो 15 जुलाई 2024 तक वैध है।)
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए), नई दिल्ली के बीच 04 अप्रैल 2025 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 03 अप्रैल 2030 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और माधव इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी एंड साइंस (एमआईटीएस), ग्वालियर के बीच 24 मार्च 2025 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 23 मार्च 2030 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान तिरुपति, आंध्र प्रदेश के बीच 20 फरवरी 2025 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 20 फरवरी 2030 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और बाल रक्षा भारत (जिसे सेव द चिल्ड्रन के नाम से भी जाना जाता है), नई दिल्ली के बीच 31 जनवरी 2025 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 30 जनवरी 2030 तक वैध है।
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भुवनेश्वर (आईआईटी-भुवनेश्वर), ओडिशा के साथ 08 जनवरी 2025 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 07 जनवरी 2028 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और मेसर्स प्राज इंडस्ट्रीज लिमिटेड, महाराष्ट्र के बीच 21 दिसंबर 2024 को हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन 20 दिसंबर 2027 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू), कोटा के बीच 01 दिसंबर 2024 को हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन 30 नवंबर 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और रामुका ग्लोबल सर्विसेज एलएलपी, सूरत, गुजरात के बीच 18 नवंबर 2024 को हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन परियोजना के पूरा होने तक वैध है।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई के बीच 28 अक्टूबर 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 27 अक्टूबर 2024 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और निर्माण उद्योग विकास परिषद, नई दिल्ली के बीच 17 अक्टूबर 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 16 अक्टूबर 2024 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (भारतीय खान विद्यालय), धनबाद के बीच 03 अक्टूबर 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 02 अक्टूबर 2024 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना, बिहार के बीच 20 सितंबर 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 19 सितंबर 2029 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और शहरी सड़क अवसंरचना विकास एजेंसी, उत्तर प्रदेश के बीच 11 सितंबर 2024 को अम्ब्रेला समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 10 सितंबर 2029 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भोपाल (म.प्र.) के बीच 06 सितंबर 2024 को 05 सितंबर 2029 तक वैध समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और बुनियादी ढांचा, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और प्रबंधन संस्थान (आईआईटीआरएएम), अहमदाबाद के बीच 04 सितंबर 2024 को 03 सितंबर 2029 तक वैध समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली, नई दिल्ली के बीच 02 सितंबर 2024 को 01 सितंबर 2029 तक वैध समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जम्मू के बीच 30 अगस्त 2024 को 29 अगस्त 2029 तक वैध समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और बिड़ला प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान (बिट्स), पिलानी के बीच 21 अगस्त 2024 को 20 अगस्त 2029 तक वैध समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई (आईआईटी-मुंबई) के बीच 05 अगस्त 2024 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 04 अगस्त 2027 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (वीएनआईटी), नागपुर के बीच 19 जुलाई 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर, 18 जुलाई 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (पूर्व में दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग), नई दिल्ली के बीच 16 जुलाई 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर, 15 जुलाई 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर- केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जालंधर, पंजाब के बीच 22 अप्रैल 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर, 21 अप्रैल 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कर्नाटक, सुरथकल के बीच 04 अप्रैल 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 03 अप्रैल 2029 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी इंडिया) के बीच 06 मार्च 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 05 मार्च 2027 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, वारंगल, तेलंगाना के बीच 28 फरवरी 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 27 फरवरी 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर, छत्तीसगढ़ के बीच 27 फरवरी 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 26 फरवरी 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश के बीच 23 फरवरी 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 22 फरवरी 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कालीकट, केरल के बीच 12 फरवरी 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जो 11 फरवरी 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान,भोपाल, मध्य प्रदेश के बीच 10 फरवरी 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 09 फरवरी 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,दिल्ली के बीच 31 जनवरी 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 30 जनवरी 2024 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश के बीच 12 जनवरी 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 11 जनवरी 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास, तमिलनाडु के बीच 05 जनवरी 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 04 जनवरी 2029 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद, तेलंगाना के बीच 17 नवंबर 2023 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 16 नवंबर 2028 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), कुरुक्षेत्र के बीच 10 अक्टूबर 2023 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 09 अक्टूबर 2028 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी, असम के बीच 22 जुलाई 2023 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 21 जुलाई 2026 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क अकादमी के बीच 30 मई 2023 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 29 मई 2028 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और रूसी सड़क अनुसंधान संस्थान (रोसडॉर्नी) के बीच 25 मई 2023 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 24 मई 2028 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और कलिंग औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान (केआईआईटी), डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी, ओडिशा के बीच 03 अप्रैल 2023 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 02 अप्रैल 2028 तक वैध रहेगा।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और आंध्र प्रदेश सरकार- सड़क और भवन विभाग के बीच 05 जनवरी, 2023 को हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन 04 जनवरी, 2026 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर (एमएनआईटीजे) के बीच 16 दिसंबर, 2022 को हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन 15 नवंबर, 2027 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और केएससीएसटीई- राष्ट्रीय परिवहन योजना और अनुसंधान केंद्र के बीच 18 नवंबर, 2022 को एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए जो 17 नवंबर, 2027 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (सीईटी), त्रिवेंद्रम के बीच 18 नवंबर, 2022 को एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए जो 17 नवंबर, 2025 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और महाराष्ट्र ग्रामीण सड़क विकास संघ (एमआरआरडीए) के बीच 27 सितंबर, 2022 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 26 सितंबर, 2025 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और आईआईआईटीएच डाटा आईहब फाउंडेशन, अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद (आईआईआईटी-एच) के बीच 16 अगस्त, 2022 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 15 अगस्त, 2025 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के बीच 30 जून, 2022 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 29 जून, 2027 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की के बीच 14 दिसंबर, 2021 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 13 दिसंबर, 2026 तक वैध है।
- सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान और श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट (एसएमपी), कोलकाता के बीच 05 जुलाई, 2021 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए जो 04 जुलाई, 2026 तक वैध है।
सीएसआईआर – सीआरआरआई प्रौद्योगिकी प्रोफ़ाइल
हस्तांतरण के लिए तैयार प्रौद्योगिकियों की सूची
- मोबाइल ब्रिज इंस्पेक्शन यूनिट (एमबीआईयू)
- गड्ढे की मरम्मत करने वाली मशीन
- कॉम्पैक्टेड फिल के ड्राई डेंसिटी के मूल्यांकन के लिए इलेक्ट्रोमैकेनिकल फील्ड डेंसिटी गेज।
- कुट्टिम निर्माण अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी अपशिष्ट पीवीसी (पॉलीविनाइल क्लोराइड) संशोधित बिटुमेन की तैयारी के लिए एक आर्द्र प्रक्रिया।
- सड़क निर्माण के लिए गर्म बिटुमिनस मिश्रण में थर्मोकोल (विस्तारित पॉलीस्टाइनिन) अपशिष्ट का उपयोग करने की एक प्रक्रिया।
- रेलवे/सड़क अंडरपास के निर्माण के लिए उपयोग की जाने वाली "सॉइल नेलिंग तकनीक" द्वारा ढहने योग्य मिट्टी के द्रव्यमान का चरणबद्ध दोहराया डी-स्थिरीकरण और स्थिरीकरण
- सड़क तटबंध में नगरपालिका ठोस अपशिष्ट (एमएसडब्ल्यू) का उपयोग
- विभिन्न आवृत्तियों के आधार पर शोर अवरोध के लिए नई विकसित तकनीकें