NH- 66 मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारत के पहले राष्ट्रीय राजमार्ग स्टील स्लैग रोड खंड का उद्घाटन किया गया

स्रोत: पीआईबी
यूआरएल: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1995906

सीएसआईआर-सीआरआरआई की स्टील स्लैग रोड टेक्नोलॉजी देश में मजबूत और पर्यावरण-अनुकूल राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने का मार्ग प्रशस्त कर रही है: डॉ. वी.के. सरस्वत
डॉ. वी.के. सारस्वत, सदस्य (एस एंड टी), नीति आयोग ने आज एनएच- 66 मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारत के पहले राष्ट्रीय राजमार्ग स्टील स्लैग रोड खंड का उद्घाटन किया। डॉ. सारस्वत ने कहा कि सीएसआईआर-केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीआरआरआई) द्वारा विकसित स्टील स्लैग रोड टेक्नोलॉजी देश में स्टील उद्योगों के अपशिष्ट को धन में बदल रही है और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को मजबूत और पर्यावरण अनुकूल राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में मदद कर रही है।

सीएसआईआर-सीआरआरआई के तकनीकी मार्गदर्शन के तहत जेएसडब्ल्यू स्टील ने एनएच-66 मुंबई-गोवा के इंदापुर-पनवेल खंड पर 1 किमी लंबे चार लेन स्टील स्लैग रोड खंड का निर्माण किया है। इस सड़क के निर्माण के लिए लगभग 80,000 टन CONARC स्टील स्लैग को जेएसडब्ल्यू स्टील डोल्वी, रायगढ़ संयंत्र में संसाधित स्टील स्लैग समुच्चय के रूप में परिवर्तित किया गया था। प्रसंस्कृत स्टील स्लैग समुच्चय विभिन्न यांत्रिक गुणों के मामले में प्राकृतिक समुच्चय से बेहतर हैं और प्राकृतिक समुच्चय के स्थान पर सड़क की सभी परतों में स्टील स्लैग सड़क निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है। सड़क में आरएचएस और एलएचएस कैरिजवे में एक ही स्थान पर डामरीय और सीमेंट कंक्रीट स्टील स्लैग रोड खंड है। इस सड़क खंड पर, सभी परतों में सीमेंट कंक्रीट सड़क के निर्माण के लिए संसाधित स्टील स्लैग समुच्चय और स्लैग सीमेंट का उपयोग किया गया है।

जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी श्री जी एस राठौड़ ने इस परियोजना को सफल बनाने के लिए सीएसआईआर-सीआरआरआई द्वारा किए गए प्रयासों और एनएचएआई से जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड को मिले सहयोग की सराहना की।

सीएसआईआर-सीआरआरआई के निदेशक डॉ. मनोरंजन परिड़ा ने कहा कि सीएसआईआर-सीआरआरआई, इस्पात मंत्रालय की एक प्रायोजित अनुसंधान परियोजना के तहत, स्टील स्लैग सड़क निर्माण में प्रसंस्कृत स्टील स्लैग के उपयोग के लिए राष्ट्रीय दिशानिर्देश विकसित कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सीएसआईआर-सीआरआरआई ने विभिन्न इस्पात उद्योगों के सहयोग से गुजरात, झारखंड और अरुणाचल प्रदेश में सड़क निर्माण में स्टील स्लैग का सफलतापूर्वक उपयोग किया है।

एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी, मुंबई और मुख्य महाप्रबंधक, श्री अंशुमाली श्रीवास्तव ने कहा कि स्टील स्लैग रोड खंड अपनी नवीन तकनीकी विशेषताओं और असाधारण प्रदर्शन के लिए जाना जाता है, और इसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) से सराहना मिली है। सीएसआईआर-सीआरआरआई के प्रधान वैज्ञानिक और स्टील स्लैग रोड परियोजना के प्रोजेक्ट लीडर श्री सतीश पांडे ने बताया कि एनएच-66 पर बिटुमिनस स्टील स्लैग रोड एनएच-66 पर पारंपरिक बिटुमिनस सड़क की तुलना में 28% कम मोटाई के साथ बनाई गई है और जबकि सीमेंट कंक्रीट खंड समान मोटाई पर बनाया गया है। दोनों सड़क खंड यानी बिटुमिनस और सीमेंट कंक्रीट पारंपरिक सड़कों की तुलना में लगभग 32% किफायती हैं और इनमें बेहतर स्थायित्व पाया गया है।