दुनिया में पहली बार! अडानी की कंपनी ने बंदरगाह में स्टील स्लग से बना दी सड़क

'चीजें बनाओ, इस्तेमाल करो और फेंक दो' की व्यवस्था से प्रकृत्ति का ज्यादा दोहन होता है और पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। इसलिए अब सर्कुलर इकॉनमी (Circular Economy) की अवधारणा पर आर्थिक प्रगति का आधार सुनिश्चित करने पर जोर दिया जा रहा है। इसी दिशा में देश के जाने-माने उद्योगपति गौतम अडानी की एक कंपनी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ Ltd.) ने अपनी हजीरा बंदरगाह (Hazira Port) में स्टील स्लैग से सड़क बनाई है। ऐसा दुनिया में पहली बार हुआ है जब किसी प्राइवेट पोर्ट में स्टील स्लैग से सड़क का निर्माण हुआ हो।

1.1 किलोमीटर है स्टील स्लग रोड की लंबाई

हजीरा पोर्ट के अंदर स्टील स्लैग से बनी सड़की की लंबाई 1.1 किलोमीटर है। यह सड़क मल्टी पर्पज बर्थ (एमपीबी‑1) को कोयला यार्ड से जोड़ती है। यह परियोजना सीएसआईआर-सीआरआरआई और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से पूरी की गई है। यह प्रॉजेक्ट, बल्क एवं जनरल कार्गो टर्मिनल (बीजीसीटी) के दूसरे चरण के विस्तार का हिस्सा है।

वेस्ट टु वेल्थ मिशन को मजबूती

सीएसआईआर-सीआरआरआई ने लचीले फुटपाथ की ऐसी डिजाइन की है जो भार वहन करने की क्षमता और टिकाऊपन के लिहाज से उपयुक्त है। इस डिजाइन की एक और खासियत यह है कि निर्माण लागत और पर्यावरण पर दुष्प्रभाव, दोनों ही कम हैं। यह 'कचरे से कंचन' (Waste to wealth) बनाने के अभियान को भी बल देता है।

2022 में बनी थी देश की पहली स्टील स्लग रोड

सड़क का औपचारिक उद्घाटन नीति आयोग में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सदस्य डॉ. विजय सारस्वत ने की। हजीरा पोर्ट से पहले भारत में दो और सड़कों का निर्माण स्टील स्लैग से हुआ है। भारत में सबसे पहली स्टील स्लैग सड़क गुजरात के सूरत स्थित हजीरा औद्योगिक क्षेत्र में ही बनी थी। 2022 में बनी वह 1 किमी लंबी सड़क छह लेन की है जिसमें लगभग 1 लाख टन प्रोसेस्ड स्टील स्लैग का उपयोग हुआ था। यह CSIR-CRRI, स्टील मंत्रालय, नीति आयोग, और आर्सेलर मित्तल-निप्पन स्टील के सहयोग से बनाई गई थी। उसके बाद मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग 66 (NH-66) और फिर अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा पर भी स्टील स्लैग सड़कों का निर्माण हुआ है।

स्टील स्लैग क्या है?

जब स्टील बनाया जाता है, तो पिघले हुए लोहे से अशुद्धियों को हटाने के लिए चूना (lime) जैसे फ्लक्स मिलाए जाते हैं। ये अशुद्धियां फ्लक्स के साथ मिलकर एक पिघला हुआ पदार्थ बनाती हैं जो स्टील से अलग हो जाता है। ठंडा होने पर यह ठोस रूप ले लेता है, जिसे स्लैग कहते हैं। स्टील स्लैग कई प्रकार का होता है, जैसे बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस (BOF) स्लैग और इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (EAF) स्लैग।

स्टील स्लैग रोड कैसे बनती है?

स्टील स्लैग को सीधे इस्तेमाल नहीं किया जाता। इसे पहले प्रोसेस किया जाता है, यानी इसे क्रश करके अलग-अलग आकार के एग्रीगेट (गिट्टी) बनाए जाते हैं। इन प्रोसेस्ड स्टील स्लैग एग्रीगेट का इस्तेमाल सड़क की बेस और सब-बेस परतों के लिए किया जाता है, जो सड़क की नींव का काम करती हैं। यह पारंपरिक रूप से इस्तेमाल होने वाली प्राकृतिक गिट्टी (जैसे पत्थर) का एक विकल्प है।

सर्कुलर इकॉनमी क्या है?

सर्कुलर इकॉनमी एक ऐसी आर्थिक व्यवस्था है जिसमें संसाधनों का उपयोग बार-बार और लंबे समय तक किया जाता है ताकि कचरा कम से कम हो और पर्यावरण पर बुरा असर न पड़े। इसे आसान भाषा में समझें तो यह 'बनाओ, इस्तेमाल करो, फिर से इस्तेमाल करो' का तरीका है, न कि 'बनाओ, इस्तेमाल करो, फेंक दो'। जैसे प्रकृति में कुछ भी बर्बाद नहीं होता (पत्ते गिरते हैं, खाद बनते हैं और पौधों को फिर से पोषण देते हैं), वैसे ही सर्कुलर इकॉनमी में भी कोशिश की जाती है कि कोई भी चीज बेकार न जाए।

स्टील स्लैग रोड से सर्कुलर इकॉनमी में योगदान कैसे मिला?

स्टील स्लैग रोड का सर्कुलर इकॉनमी का निर्माण करने में एक नहीं, कई प्रकार से योगदान है।

1. यह पर्यावरण के अनुकूल है
  • यह औद्योगिक कचरे (industrial waste) का उपयोग करता है, जिससे लैंडफिल पर बोझ कम होता है और कचरा प्रबंधन में मदद मिलती है।
  • प्राकृतिक संसाधनों (जैसे पत्थरों) पर निर्भरता कम होती है, जिससे उनका संरक्षण होता है।
  • यह कार्बन फुटप्रिंट (carbon footprint) को कम करने में भी सहायक है।
2. यह मजबूत और टिकाऊ है
  • स्टील स्लैग में उच्च दाब-प्रतिरोधक क्षमता (high compressive strength) होती है, जिससे सड़कें अधिक टिकाऊ बनती हैं और टूट-फूट कम होती है।
  • यह भारी वाहनों के भार को आसानी से सहन कर सकती हैं, जिससे यह औद्योगिक क्षेत्रों या भारी यातायात वाली सड़कों के लिए उपयुक्त हैं।
  • इनमें बेहतर स्किड प्रतिरोध (skid resistance) होता है, जिससे सड़कें फिसलने से बचाव करती हैं।
3. स्टील स्लग से सड़क बनाने की लागत घट जाती है
  • पारंपरिक सड़कों की तुलना में स्टील स्लैग रोड के निर्माण की लागत लगभग 30% कम हो सकती है।
  • इनमें रखरखाव की जरूरत भी कम होती है, जिससे लंबे समय में लागत की बचत होती है।
4. यह हर मौसम के अनुकूल है
  • स्टील स्लग से बनीं सड़कें मौसम के उतार-चढ़ाव, जैसे भारी बारिश या अत्यधिक गर्मी का बेहतर ढंग से सामना कर सकती हैं।

Source URL: https://www.livemint.com/hindi/news/adani-ports-unveils-steel-slag-road-at-hazira-a-first-in-any-private-port-worldwide-...