एसएसबीएमटी आउटडोर द्वितीय जोनल 14-16 नवंबर 2024

 

शांति स्वरूप भटनागर मेमोरियल टूर्नामेंट (एसएसबीएमटी) के बारे में

Sir Dr. Shanti Swarup Bhatnagar (1894-1955)भारत में विज्ञान के पुरोधाओं में से एक, सर डॉ. शांति स्वरूप भटनागर (1894-1955), वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान बोर्ड के पहले निदेशक (अब महानिदेशक के रूप में पुनः नामित) थे। वे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के पहले अध्यक्ष भी थे। सन 1936 में, डॉ. भटनागर को शुद्ध और अनुप्रयुक्त रसायन विज्ञान में उनके योगदान के लिए ऑर्डर ऑफ ब्रिटिश एम्पायर से सम्मानित किया गया था। 1943 में, सोसाइटी ऑफ केमिकल इंडस्ट्री, लंदन ने डॉ. भटनागर को अपना मानद सदस्य और बाद में अपना उपाध्यक्ष चुना। वर्ष 1943 में, उन्हें रॉयल सोसाइटी का फेलो चुना गया।

यह उनकी गतिशीलता और दूरदर्शिता ही थी जिसने न केवल सीएसआईआर में बल्कि पूरे भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के स्तर के विकास व वृद्धि को संभव बनाया। उनके अथक प्रयासों, कर्तव्य के प्रति समर्पण और रासायनिक विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी कार्य ने उन्हें भारत और विदेशों से कई पुरस्कार दिलाए। उन्होंने राष्ट्रीय विकास के लिए विज्ञान के उपयोग पर जोर दिया और इस प्रकार वे इस महत्वपूर्ण संगठन के महान निर्माता थे।

एसएसबीएमटी इस महान व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देने का एक अभिनव माध्यम है तथा यह अनुशासन और संगठनात्मक पदानुक्रम के बावजूद सीएसआईआर के कर्मचारियों को एक साथ लाने का एक मंच रहा है। एक द्विवार्षिक आयोजन के रूप में जो शुरू हुआ और आगे बढ़ा, वह अब अलग-अलग राष्ट्रीय प्रयोगशाला परिसरों में वैकल्पिक वर्षों में आयोजित आउटडोर और इनडोर टूर्नामेंटों के रुप में शानदार रूप से विकसित हो गया है।

खेल संवर्धन (स्पोर्ट्स प्रमोशन) बोर्ड के बारे में

खेल गतिविधियों को समग्र व्यक्तित्व विकास के सार्वभौमिक रूप के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह किसी व्यक्ति की उत्कृष्टता की आकांक्षाओं की महान अभिव्यक्ति का भी एक रूप है। कर्मचारियों के लिए मनोरंजन के प्रभाव को महत्व देते हुए तथा प्रभावी सेवा निष्पादन, खेलों का आयोजन करने और मनोरंजक वातावरण बनाने की दृष्टि से आवश्यक नेतृत्व के गुणों, बातचीत और संचार कौशल का विकास सीएसआईआर की कार्मिक नीति का एक अभिन्न अंग बन गए हैं। इस उद्देश्य की दिशा में, सीएसआईआर के कुछ संस्थानों/प्रयोगशालाओं द्वारा, विशेष रूप से पिलानी, भावनगर, कराईकुडी, धनबाद, जोरहाट आदि जैसे दूरदराज के स्थानों पर स्थित कर्मचारियों के क्लब बनाने की शुरुआती पहल अत्यधिक सराहनीय रही है। संस्थानों/प्रयोगशालाओं ने अपनी स्थापना के तुरंत बाद ही अपने कर्मचारी क्लब स्थापित कर लिए। हालाँकि, सीएसआईआर में एजेंसी स्तर पर खेलों का आयोजन 1953 में सीएसआईआर मुख्यालय की पहल पर ही शुरू हुआ, जब इसने दिल्ली स्थित प्रयोगशालाओं के कर्मचारियों के लिए एक टूर्नामेंट की मेजबानी की। यह ‘सीमित खेल गतिविधि’ तीन वर्षों तक जारी रही, जिसे 1955 में अखिल भारतीय स्तर के टूर्नामेंट में बदल दिया गया।

संस्थापक निदेशक (अब महानिदेशक के रूप में पुनः नामित) डॉ. शांति स्वरूप भटनागर की स्मृति में, टूर्नामेंट को शांति स्वरूप भटनागर मेमोरियल टूर्नामेंट (एसएसबीएमटी) नाम दिया गया, जिसने देश भर में फैले सभी सीएसआईआर कर्मचारियों की भागीदारी को बढ़ाया। शुरुआत में, टूर्नामेंट का आयोजन हर दो साल में किया जाता था, जिसमें क्रिकेट, वॉलीबॉल, टेनिस, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, शतरंज, कैरम और ब्रिज जैसे खेल शामिल थे। तब इसकी जिम्मेदारी सीएसआईआर मुख्यालय स्टाफ क्लब ने उठाई, जो हर दूसरे साल 7 से 8 दिनों की अवधि में सीएसआईआर प्रयोगशालाओं में टूर्नामेंट आयोजित करता था। 1956 में राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (एनपीएल) में आयोजित एसएसबीएमटी को पहला अखिल भारतीय सीएसआईआर टूर्नामेंट कहा जा सकता है। इस बीच, सीएसआईआर ने सिस्टम के भीतर खेलों को और अधिक प्रोत्साहन देने पर विचार किया। तदनुसार, रेलवे, पीएंडटी आदि में विद्यमान संस्थाओं की तर्ज पर सीएसआईआर खेल नियंत्रण बोर्ड (एससीबी) का गठन करके एक आधिकारिक मंच प्रदान किया गया। मार्च, 1980 में सोसायटी पंजीकरण अधिनियम XXI, 1860 के तहत एक सोसायटी के रूप में इसके पंजीकरण के साथ सीएसआईआर खेल नियंत्रण बोर्ड को औपचारिक मंच का रुप दिया गया। खेल नियंत्रण बोर्ड के उद्देश्यों/भूमिका को देखते हुए, इसका नामकरण खेल संवर्धन बोर्ड (एसपीबी) में बदल दिया गया।

एसएसबीएमटी को एक समय में लगभग 1000 खिलाड़ियों और अधिकारियों की बड़ी भागीदारी के साथ जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। सीमित बुनियादी ढांचे वाले कुछ छोटे संस्थानों/प्रयोगशालाओं को इस तरह के बड़े आयोजनों की मेजबानी करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसलिए अपेक्षाकृत कम संख्या में प्रतिभागियों को शामिल करते हुए जोनल और फाइनल को अलग-अलग आयोजित करने का निर्णय लिया गया। फिर सभी 40 स्टाफ क्लबों को मिलाकर चार जोन बनाए गए जिसमें प्रत्येक जोन में लगभग 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इन चार जोन से प्रत्येक खेल के व्यक्तिगत और टीम इवेंट में शीर्ष पर रही दो सफल टीमें फाइनल के दौरान खेलती हैं। समय के साथ विभिन्न संयोजनों और क्रमपरिवर्तनों को अपनाने के बाद, एसएसबीएमटी अपने वर्तमान स्वरूप में अस्तित्व में आया, यानी हर साल बारी-बारी से इनडोर और आउटडोर खेलों के लिए इस टूर्नामेंट को आयोजित किया जाता है। इस प्रकार वर्तमान पद्धति में हर साल सर्वश्रेष्ठ आठ खिलाड़ियों/टीमों को प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है क्योंकि उन्हें एक ही वर्ष में दो बार (क्षेत्रीय और फाइनल के लिए दो अलग-अलग स्थानों पर) खेलने का अवसर मिलता है। सीएसआईआर-एसपीबी, उपरोक्त टूर्नामेंटों के अलावा, कुछ विशेष टूर्नामेंट भी आयोजित करता है, जैसे: नायुडम्मा मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट, आत्मा राम मेमोरियल वॉलीबॉल टूर्नामेंट; ठाकर मेमोरियल लॉन टेनिस टूर्नामेंट; हुसैन ज़हीर ब्रिज टूर्नामेंट; सिद्धू मेमोरियल टेबल टेनिस टूर्नामेंट; ए.पी. मित्रा मेमोरियल बैडमिंटन टूर्नामेंट; और अनुसंधान बास्केट बॉल टूर्नामेंट (हर दूसरे वर्ष)।

भाग लेने वाली प्रयोगशालाओं की सूची

 

खेल: क्रिकेट और वॉलीबॉल

क्रिकेट आयोजन स्थल:
1. सीसीएस विनय मार्ग स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
2. डीडीए जसोला स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स

वॉलीबॉल आयोजन स्थल:
1. सीआरआरआई स्पोर्ट्स ग्राउंड

सहायता डेस्क

श्री विजय कुमार, कनिष्ठ आशुलिपिक (एसीपी), प्रशासन नियंत्रक के निजी सहायक
मोबाईल नं: 9899805061
ईमेल: vkrajput [at] crri [dot] res [dot] in

श्रीमती प्रीति सचदेवा, स्वागती (रिसेप्शनिस्ट)
मोबाईल नं: 9811547376
ईमेल: ps [at] crri [dot] res [dot] in

 

 

कैसे पहुँचें – मानचित्र

सीएसआईआर-सीआरआरआई

सीआरआरआई ग्राउन्ड, स्टाफ कॉलोनी महारानी बाग - वॉलीबॉल

सीसीए विनय मार्ग स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स - क्रिकेट

डीडीए जसोला स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स - क्रिकेट